सामान्य पेट दर्द ( general abdominal pain )

रोग क्यों 

भोजन ना पचना, कब्ज वायु का रुक जाना, ठीक से मल साफ ना होना, पाक स्थली  में विकार आदि के कारण पेट में दर्द होने लगता है कई बार आमाशय के रोग पेट में अल्सर, छोटी बड़ी आंत में सूजन आदि के कारण भी पेट में तेज दर्द होने लगता है.


रोग की पहचान

भूख न लगना, पेट फूल जाना, पतले दस्त, चक्कर आना, खट्टी डकार, जी मिचलाना, पेट में वायु भर जाने से गुड़गुड़ करने जैसी आवाजें होना, अफारा, कब्ज आदि रोग के लक्षण दिखाई देने लगते हैं.


घरेलू उपचार

  • साधन रूप से पेट में दर्द होने पर 4 ग्राम पुदीने में आधा चम्मच सौंफ मिलाएं इसमें थोड़ा काला नमक और दो रत्ती हींग डालें सबको पीसकर चूर्ण बनाकर गर्म पानी से लें
  • तेज शूल और उल्टियां होने पर पेट पर पीसी हुई राइ का लेप करें
  • सौंफ, जीरा तथा सेंधा नमक पीसकर गर्म पानी से सेवन करें
  • एक चुटकी हरड़ का चूर्ण गर्म पानी के साथ सेवन करें
  • एक चम्मच की मात्रा में भुनी हुई हींग, जीरा, सौंफ और सेंधा नमक मिलाकर गर्म पानी से लें
  • चौथाई चम्मच दालचीनी तथा हींग लेकर पीस लें इसे एक गिलास में पानी में उबाल लें सुबह व शाम चार चम्मच इस पानी को पिए दो बार के सेवन से ही दर्द ठीक हो जाता है
  • पिसी हुई लाल इलायची चौथाई चम्मच की मात्रा में सुबह दोपहर शाम को शहद के साथ ले
  • पिसी हुई सोंठ, जीरा, एक रत्ती हींग, दो चुटकी काला नमक और सेंधा नमक गर्म पानी के साथ सेवन करें
  • काले नमक के साथ दो चम्मच सूखा पुदीना लेने से भी पेट दर्द में काफी लाभ होता है
  • अजवाइन एक चम्मच जीरा, आधा चम्मच दोनों को पानी में पीसकर घोलने इसमें आधे नींबू का रस और थोड़ा सा काला नमक मिलाकर पिए या अपच और गैस दोनों के लिए रामबाण औषधि है
  • नींबू के आधे कटे भाग के ऊपर काला नमक काला जीरा और काली मिर्च का थोड़ा चूर्ण डालकर धीरे-धीरे चूसें। 
  • गर्म पानी को अच्छी तरह ठंडा कर ले उसमें एक चम्मच शहद मिलाकर पिए
  • आधा चम्मच खाने का सोडा पानी में मिलाकर पियें। 
  • एक चम्मच त्रिफला बहेड़ा और आंवला का चूर्ण गर्म पानी के साथ सेवन करें
  • 2 ग्राम दालचीनी में थोड़ी सी हींग व काला नमक मिलाकर सेवन करें
  • दो मुनक्का के साथ थोड़ी सी हींग मिलाकर खाएं
  • एक चम्मच नींबू अदरक का रस मिलाकर धीरे-धीरे चाटें।
  • दो दाना काली मिर्च तथा चार चम्मच भर अनार के दाने दोनों को पीसकर चटनी बना लें इस चटनी को सुबह शाम खाएं।
  • आधा चम्मच लहसुन का रस पानी में मिलाकर पियें। 
  • मूली के रस में थोड़ी सी काली मिर्च और एक चुटकी काला नमक मिलाकर पियें।
  • प्याज के रस में काला नमक और देसी घी में भुनी हुई हींग मिलाकर सेवन करें।
  • पिसी हुई सोंठ में दो रत्ती हींग मिलाकर सेवन करें ऊपर से गुनगुना पानी पियें 
  • गुड़ में एक चम्मच अजवाइन मिलाकर खाएं
  • जायफल, हल्दी, एक रत्ती कपूर के साथ मिलाकर पीस लें फिर पाने के साथ आधा चम्मच की मात्रा में सेवन करें।
  • मुलेठी का चूर्ण आधा चम्मच सौंफ का चूर्ण एक चम्मच दोनों को पानी में घोलकर सेवन करें।
  • एक चम्मच मेथी के दाने पीसकर पानी के साथ लें। 
  • 10 लॉन्ग दो चुटकी काला नमक आधा चुटकी हींग तीनों को पीसकर दो खुराक बना लें।  इसे सुबह-शाम सेवन करें ऊपर से गुनगुना पानी पिए


आयुर्वेदिक उपचार

  • हिंग्वाष्टक चूर्ण और लवण भास्कर चूर्ण आधा-आधा चम्मच गुनगुने पानी के साथ सेवन करें
  • द्राक्षारिष्ट 25 मिलीग्राम में पांच बूंद अमृतधारा मिलाकर पी लें
  • हींग व लांचर नमक 20 मिलीग्राम दशमूल क्वाथ में दो बार भोजन उपरांत लें
  • आंवला का स्वरूप व विदारीकंद का स्वरूप 10 10 मिलीग्राम मधु मिलाकर ले


होम्योपैथिक उपचार

  • खाली पेट में दर्द होने पर  चेलीडॉन ले
  • पेट में वायु भरने नालियों में ऐठन वायु निकलने पर दर्द जी मिचलाना आदि में  कोकुलस ले
  • वायु का ऊपर नीचे की ओर बढ़ने के कारण पेट में दर्द होने पर nux-vomica ले
  • पेट दर्द के साथ उल्टी भूख ना लगना खाने के बाद नींद ना आना आदि में सेरासेनिया ले
  • पेट में मरोड़ होने पर कास्टिकम ले 

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